हास्य पर कवित्त

हास्य नौ रसों में से

एक रस है। व्यंग्य, प्रहसन, चुटकुले आदि इसके अंतर्गत आते हैं। इस चयन में हास्य-रस को केंद्र में रखकर संभव हुई कविताओं का संकलन किया गया है।

कवित्त2

एक समैं हरि राधिका सौं

बुद्धसिंह हाड़ा