लालसा पर कवितावां

महत्वशाली बनने की आ

कांक्षा ।

कविता14

म्हारी प्रीत बावळी

बुलाकी दास बावरा

निवण वीर जवानां नै

रामजीलाल घोड़ेला 'भारती'

कहाणी लालसा री

लक्ष्मीनारायण रंगा

टैम निकल जावै ला

बाबूलाल संखलेचा

खांचा

राजेन्द्र सिंह चारण

बखत रौ मोल

शकुंतला अग्रवाल 'शकुन'

आख्यां री जलमघूंट

भवानी शंकर व्यास ‘विनोद’

चांद

मनमीत सोनी

मन री बात

वाज़िद हसन काजी

सैंधा-सा उणियारा

आशीष पुरोहित

कुण अर कठै

गौतम अरोड़ा

लालसा

लक्ष्मीनारायण रंगा

माथै रा सळ

आशीष पुरोहित

मंजिल

गोरधन सिंह शेखावत