चुंबन पर कवितावां

चुंबन प्रेमाभिव्यक्ति

का एक ख़ास स्पर्श है और बेहद नैसर्गिक है कि हर युग हर भाषा के कवि इसके अहसास की अभिव्यक्ति को प्रवृत्त हुए हैं। इस चयन में चूमने के प्रसंगों के साथ प्रेम के इर्द-गिर्द डूबती-इतराती कविताएँ हैं।

कविता4

चुम्मौ

मणि मधुकर

ओळ्यूं

रेणुका व्यास 'नीलम'

कैवती

दुष्यंत

हेज री सगति

राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'