आँसू पर कवितावां

मानवीय मनोभाव के एक

प्रकट चिह्न के रूप में आँसू हमेशा से काव्य के विषय-वस्तु रहे हैं और वृहत रूप से इनके बहाने से कवियों ने विविध दृश्य और संवाद रचे हैं।

कविता19

च्यार कवितावां

प्रहलादराय पारीक

आंसूवां री भासा

ज़ेबा रशीद

कसूम्बा

मोहम्मद सदीक

आंसुवां री सिमरणी

मालचंद तिवाड़ी

सिरहाणैं

मनमीत सोनी

टेम नहीं है

रूप सिंह राजपुरी

बेअसर

हरदान हर्ष

हूक री कूक

मोहम्मद सदीक

अकथ कथा

संजय पुरोहित

सनेसौ

चन्द्र प्रकाश देवल

कविता

अशोक जोशी ‘क्रांत’

जवाब

ज़ेबा रशीद

आखर

अशोक जोशी ‘क्रांत’

आंसू बैवावतो किसान

राजेन्द्र जोशी

मारुई! रोयै मती

संग्राम सिंह सोढा

म्हारी कविता

लक्ष्मीनारायण रंगा

घणा दिन हुया

यादवेन्द्र शर्मा चन्द्र