आँसू पर गीत

मानवीय मनोभाव के एक

प्रकट चिह्न के रूप में आँसू हमेशा से काव्य के विषय-वस्तु रहे हैं और वृहत रूप से इनके बहाने से कवियों ने विविध दृश्य और संवाद रचे हैं।

गीत4

प्रीत रा सपना

रामनिवास सोनी

क्यूं बुहावै बावळी

किशोर कल्पनाकान्त

आंसू कहाणी

किशोर कल्पनाकान्त

माणीगर आवै है

किशोर कल्पनाकान्त