खेत पर कवितावां

कविता8

कठा सूं आवै है सबद

भगवती लाल व्यास

नाळ

विनोद स्वामी

खरगोस्यां रा पाळा में

अवन्तिका तूनवाल

हेत रो खेत

इरशाद अज़ीज़

करसाणी म्हारा गांव री

फतहलाल गुर्जर 'अनोखा'

अड़वो

कन्हैयालाल सेठिया

काळ-दुकाळ

प्रेमजी ‘प्रेम’

सिरजण

भगवती लाल व्यास