खेत पर कवितावां

कविता6

कठा सूं आवै है सबद

भगवती लाल व्यास

खरगोस्यां रा पाळा में

अवन्तिका तूनवाल

करसाणी म्हारा गांव री

फतहलाल गुर्जर 'अनोखा'

अड़वो

कन्हैयालाल सेठिया

काळ-दुकाळ

प्रेमजी ‘प्रेम’

सिरजण

भगवती लाल व्यास