बादळ पर कवितावां

मेघ या बादल हमेशा से

मानव-मन को कल्पनाओं की उड़ान देते रहे हैं और काव्य में उनके विविध रूपों और भूमिकाओं का वर्णन होता रहा है। इस चयन में शामिल है—बादल विषयक कविताओं का संकलन।

कविता75

मावटौ होग्यौ

शिव 'मृदुल'

छिंया री कठै गेल

राजेश कुमार व्यास

सावणियो लाग्यो

रामदयाल मेहरा

गांव अर टाबर

मदन सैनी

काळी बादळी

सुकान्त ‘सुमि’

म्हारो सांवरियो

इरशाद अज़ीज़

मनुहार

कृष्ण विश्नोई

ए काळी बादळी आजे रे

प्रियंका भट्ट

आव रे वरसाद

आभा मेहता 'उर्मिल'

नीति रा छप्पय

शक्तिदान कविया

काळा धोला बादळ

हनुमान दीक्षित

बादळी

चंद्र सिंह बिरकाळी

इन्द्रधनूस

सुधा सारस्वत

बादळी

विवेकदीप बौद्ध

हेलो पाड़ रे

हरीश भादानी

जीवायग्यो बादळ

वासु आचार्य

रैयो नीं पतियारौ

सुधा सारस्वत

बादळी

पूजाश्री

त्यागत

सपना वर्मा

धरती काती प्रीत

राजूराम बिजारणियां

पटापट

राजूराम बिजारणियां

बादळ

दुष्यन्त जोशी

मेहौ

रमेशचन्द्र शर्मा ‘इन्दु’

सांचो हेज

रचना शेखावत

म्हैं

सन्तोष मायामोहन

बिरखा

शंकर दान चारण

बिरखा

सुमेरसिंह शेखावत

म्हैं थार रौ कवि

चन्द्र प्रकाश देवल

मेह पावणो

कान्ह महर्षि

बरसाळो

मघाराम लिम्बा

मोरचंग

प्रमिला शंकर

बादळी

महेन्द्र यादव

अचपळा बादळ

नरेंद्र व्यास

बादळियो जळ भर लायो

रामदयाल मेहरा

कोढियो काळ

रामनिवास सोनी

बादळी चितराम

लक्ष्मीनारायण रंगा

उतरी चांदणी

प्रेमजी ‘प्रेम’

काळा-बादळ

भगवान सैनी

किरसो

राजेश कुमार स्वामी

म्हारो प्रणाम!

राजेश कुमार व्यास

खड़को

आशीष बिहानी

बादळी

चतुर कोठारी

थार में पै'लो बिरवो

नरेंद्र व्यास

बादळ बिरखा बिजळी

कुन्दन माली