कीड़ी पर कवितावां

चींटियाँ छोटे रेंगने

वाले कीड़े हैं जो बड़े समूहों में रहते हैं।

कविता4

लोकराज

दुलाराम सहारण

कीड़ी

अशोक परिहार 'उदय'

कीड़ी

छत्रपाल शिवाजी

कीड़ी नगरो

पूनमचंद गोदारा