निरंजनी सम्प्रदाय पर दूहा

दूहा11

निसवासुरि ग्रासै जुरा

हरिदास निरंजनी

गुर सिष सूं समझाइ करि

हरिदास निरंजनी

जाकै सेवग रामजी

स्वामी आत्माराम

काम क्रोध त्रिसना तजौ

हरिदास निरंजनी

काया मांहि कंवलदल

हरिदास निरंजनी

डाल पात फल फूल में

स्वामी आत्माराम

तन मांहि तीरथ भला

हरिदास निरंजनी

काहे कूं परदुख सहे

हरिदास निरंजनी

मन अपणां सूं कहत हूं

हरिदास निरंजनी

सब कोई चाहे मान कूं

स्वामी आत्माराम

विष पीवै इम्रत कहै

हरिदास निरंजनी