भविख पर कवितावां

भविष्य आशंकाओं-आकांक्षाओं

के वर्तमान के रूप में हमारे जीवन-दृश्यों में उतरता रहता है। इस चयन में ऐसी ही कुछ कविताओं का संकलन किया गया है।

कविता6

लाल धजा री आंण फिरै

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

रूंख

दुष्यन्त जोशी

आगेरा आंक

कान्ह महर्षि

बैकवर्ड फॉरवर्ड

सतीश छिम्पा

विरासत

करणीदान बारहठ