भविख पर गीत

भविष्य आशंकाओं-आकांक्षाओं

के वर्तमान के रूप में हमारे जीवन-दृश्यों में उतरता रहता है। इस चयन में ऐसी ही कुछ कविताओं का संकलन किया गया है।

गीत1

म्हें घणों हठीलौ जातरी

गिरधारी सिंह राजावत