प्रेम पर कवितावां

प्रेम जूण जीवण रौ आधार

है। राजस्थानी प्रेमाख्यान अर पूरी साहित्यिक जातरा में इणरा फूठरा अर सिणगार्‌योड़ा दाखला आपां पढ़ां‌‌‌‌। अठै संकलित रचनावां प्रेम विसै रै ओळै-दोळै रचियोड़ी है‌।

कविता423

प्रेम री परिभाषा

सत्येंद्र चारण

प्रीत मंडाण

सुरेश कुमार डूडी

बुगचौ

आईदान सिंह भाटी

प्रभात

पृथ्वीराज राठौड़

प्रग्या

चन्द्र प्रकाश देवल

म्हैं आवूंला जरूर

गोरधन सिंह शेखावत

आभै उतरी प्रीत

राजूराम बिजारणियां

याद

विजय राही

हेत प्रेम अपणायत में

श्रवण दान शून्य

सींव रा समाचार

राजूराम बिजारणियां

खेजड़ी अर तूं

आशाराम भार्गव

वो झुरै

अर्जुन देव चारण

म्हारौ पियारो पीव

रामाराम चौधरी

मायड़ भासा

किरण राजपुरोहित 'नितिला'

धरती काती प्रीत

राजूराम बिजारणियां

प्रेम री परीभाषा

सत्येंद्र चारण

कठा सूं आवै है सबद

भगवती लाल व्यास

थे कत्ली हो

राजूराम बिजारणियां

इण तरै रा सून्याड़ में

भगवती लाल व्यास

थारी अर म्हारी बात

आईदान सिंह भाटी

चांनणी रात

रेवतदान चारण कल्पित

प्रेम

तेजस मुंगेरिया

धरती चुगगी

राजूराम बिजारणियां

भैण-भाई

यतीन्द्र पूनियां

घरे आजा

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

सतिये नै सीख

सत्येंद्र चारण

म्हारी दीठ

अर्जुन देव चारण

खेत-स्क्रैप

मोनिका गौड़

पीव बैठा परदेस

रामाराम चौधरी

गळगी- हेत

राजूराम बिजारणियां

मंगती कोनी

देवीलाल महिया

प्रीत

चन्द्र प्रकाश देवल

प्रीत, छांट अर गड़ा

राजूराम बिजारणियां

म्हारै पुराणियां घर री

मृदुला राजपुरोहित

मायड़

महेंद्रसिंह छायण

किसमत

पवन सिहाग 'अनाम'

प्रीत री आडी

मदन गोपाल लढ़ा

अंधारी

चंद्रशेखर अरोड़ा

लगन बावळी

रामदयाल मेहरा

गाम

यतीन्द्र पूनियां

जेठ

रेवतदान चारण कल्पित

जीवण दीप

भुवनेश प्रकाशन, बीकानेर

प्रेम कविता

अनिल अबूझ

हेत रो हींडौ

कृष्णा जाखड़

जग चावौ मरुधरियौ

अमर सिंह राजपुरोहित

उबारै उण याद रै

मालचंद तिवाड़ी