प्रेम पर कवितावां

प्रेम जूण जीवण रौ आधार

है। राजस्थानी प्रेमाख्यान अर पूरी साहित्यिक जातरा में इणरा फूठरा अर सिणगार्‌योड़ा दाखला आपां पढ़ां‌‌‌‌। अठै संकलित रचनावां प्रेम विसै रै ओळै-दोळै रचियोड़ी है‌।

कविता349

प्रेम री परिभाषा

सत्येन्द्र सिंह चारण झोरड़ा

प्रीत मंडाण

सुरेश कुमार डूडी

मायड़

महेंद्रसिंह छायण

खेत-स्क्रैप

मोनिका गौड़

म्हारै पुराणियां घर री

मृदुला राजपुरोहित

पीव बैठा परदेस

रामाराम चौधरी

प्रीत

चन्द्र प्रकाश देवल

प्रीत, छांट अर गड़ा

राजूराम बिजारणियां

थे कत्ली हो

राजूराम बिजारणियां

धरती काती प्रीत

राजूराम बिजारणियां

म्हारौ पियारो पीव

रामाराम चौधरी

मायड़ भासा

किरण राजपुरोहित 'नितिला'

मंगती कोनी

देवीलाल महिया

सींव रा समाचार

राजूराम बिजारणियां

खेजड़ी अर तूं

आशाराम भार्गव

वो झुरै

अर्जुन देव चारण

प्रभात

पृथ्वीराज राठौड़

गाम

यतीन्द्र पूनियां

आभै उतरी प्रीत

राजूराम बिजारणियां

गळगी- हेत

राजूराम बिजारणियां

याद

विजय राही

प्रग्या

चन्द्र प्रकाश देवल

चांनणी रात

रेवतदान चारण कल्पित

प्रेम

तेजस मुंगेरिया

सतिये नै सीख

सत्येन्द्र सिंह चारण झोरड़ा

धरती चुगगी

राजूराम बिजारणियां

भैण-भाई

यतीन्द्र पूनियां

कविता

कुमार अजय

जोवूं बाट

संदीप 'निर्भय'

माटी रा रंगरेज

रेवतदान चारण कल्पित

बंटवारो

दीनदयाल शर्मा

भोळा कबूतर

मोनिका गौड़

बाड़

बी एल पारस

इळा री गळाई

चन्द्र प्रकाश देवल

थारो नाम

रेवंत दान बारहठ

नवी हवा

हरीश बी. शर्मा

चौमासो

अनुराग

पका तिरस नै

रेणुका व्यास 'नीलम'

म्हारी मातभासा

प्रकाशदान चारण

म्है हेरूं, थूं हेरै

श्याम गोइन्का

बस्ती

मदन गोपाल लढ़ा

प्रेम रौ पूजारी

अमर सिंह राजपुरोहित

मां

भगवान सैनी

म्हारी डायरी

प्रमिला शंकर

कैंसर एक्सप्रेस

मदन गोपाल लढ़ा

गुलाब

पूनमचंद गोदारा

अपरंच

सत्यप्रकाश जोशी