प्रेम पर कवितावां

प्रेम जूण जीवण रौ आधार

है। राजस्थानी प्रेमाख्यान अर पूरी साहित्यिक जातरा में इणरा फूठरा अर सिणगार्‌योड़ा दाखला आपां पढ़ां‌‌‌‌। अठै संकलित रचनावां प्रेम विसै रै ओळै-दोळै रचियोड़ी है‌।

कविता372

प्रीत मंडाण

सुरेश कुमार डूडी

प्रेम री परिभाषा

सत्येंद्र चारण

प्रभात

पृथ्वीराज राठौड़

बुगचौ

आईदान सिंह भाटी

थे कत्ली हो

राजूराम बिजारणियां

वो झुरै

अर्जुन देव चारण

सींव रा समाचार

राजूराम बिजारणियां

खेजड़ी अर तूं

आशाराम भार्गव

धरती काती प्रीत

राजूराम बिजारणियां

म्हारौ पियारो पीव

रामाराम चौधरी

मायड़ भासा

किरण राजपुरोहित 'नितिला'

याद

विजय राही

प्रग्या

चन्द्र प्रकाश देवल

हेत प्रेम अपणायत में

श्रवण दान शून्य

आभै उतरी प्रीत

राजूराम बिजारणियां

म्हैं आवूंला जरूर

गोरधन सिंह शेखावत

प्रीत, छांट अर गड़ा

राजूराम बिजारणियां

चांनणी रात

रेवतदान चारण कल्पित

प्रेम

तेजस मुंगेरिया

धरती चुगगी

राजूराम बिजारणियां

सतिये नै सीख

सत्येंद्र चारण

भैण-भाई

यतीन्द्र पूनियां

मंगती कोनी

देवीलाल महिया

थारी अर म्हारी बात

आईदान सिंह भाटी

गळगी- हेत

राजूराम बिजारणियां

घरे आजा

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

खेत-स्क्रैप

मोनिका गौड़

मायड़

महेंद्रसिंह छायण

पीव बैठा परदेस

रामाराम चौधरी

प्रीत

चन्द्र प्रकाश देवल

म्हारै पुराणियां घर री

मृदुला राजपुरोहित

माटी रा रंगरेज

रेवतदान चारण कल्पित

बंटवारो

दीनदयाल शर्मा

भोळा कबूतर

मोनिका गौड़

बाड़

बी एल पारस

इळा री गळाई

चन्द्र प्रकाश देवल

कविता

कुमार अजय

जोवूं बाट

संदीप 'निर्भय'

थारै प्रेम में

अनिता सैनी

म्है हेरूं, थूं हेरै

श्याम गोइन्का

बस्ती

मदन गोपाल लढ़ा

प्रेम रौ पूजारी

अमर सिंह राजपुरोहित

मां

भगवान सैनी

म्हारी डायरी

प्रमिला शंकर

कैंसर एक्सप्रेस

मदन गोपाल लढ़ा