प्रेम पर कहाणियां

प्रेम जूण जीवण रौ आधार

है। राजस्थानी प्रेमाख्यान अर पूरी साहित्यिक जातरा में इणरा फूठरा अर सिणगार्‌योड़ा दाखला आपां पढ़ां‌‌‌‌। अठै संकलित रचनावां प्रेम विसै रै ओळै-दोळै रचियोड़ी है‌।

कहाणी3

कितरा सांप?

माधव नागदा

किस्तूरी मिरग

चेतन स्वामी

झपट

रामेश्वर दयाल श्रीमाली