राजस्थान की साँझी कला
कला का आधार
मानव-मन-मस्तिष्क अपने सौन्दर्य के विविध उपादानों की खोज में रहा है। कला के क्षेत्र में अनेक नवीन उद्भावनाओं और अन्वेषणों से उसने अपने आप को सुसंस्कृत रूप दिया। आदिकाल से आज तक मनुष्य निरन्तर अपनी आवश्कताओं को तलाशता हुआ नये-नये आविष्कारों