माच के ख्याल
राजस्थान में प्रचलित ख्यालों का प्रभाव मालवा के लोकनाट्य माच पर दिखाई देता है। राजस्थानी ख्यालों और मालवा के माच में शैलीगत और कथानकों की साम्यता देखी जा सकती है, वहीं भाषा, पहनावे, संवाद, रंगमंच, रंग-सज्जा और प्रस्तुतीकरण में स्थानीय रंगत दृष्टिगोचर