मॉब लिंचिंग पर कवितावां

मॉब लिंचिंग या भीड़ द्वारा

हिंसक कार्रवाई एक सामाजिक विकृति है, जहाँ अनियंत्रित भीड़ किसी क़ानूनी सिद्धांत का पालन किए बिना स्वयं ही किसी कार्रवाई के लिए उत्सुक रहती है। कुछ वर्ष पूर्व मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं के बीच भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने इसे ‘भीड़तंत्र का भयावह कृत्य’ कहते हुए चिंता व्यक्त की थी। प्रस्तुत चयन में इस विषय के वीभत्स को दर्ज करती कविताओं का संकलन किया गया है।

कविता1

मोब लिंचिंग

चन्द्र प्रकाश देवल