मानखो पर कवितावां

कविता11

पांचूं घी में

सत्यनारायण इन्दौरिया

चौघी माणस

सत्यनारायण इन्दौरिया

भरम रा भारा

तेजस मुंगेरिया

क्यूं ठहरग्यो तू

सी. एल. सांखला

जीवन सैनाणी

सत्यनारायण इन्दौरिया

नवा सबद

जितेन्द्र कुमार सोनी

जोड़ायत पंछी

सत्यनारायण इन्दौरिया

रूठण में नीं सार

सत्यनारायण इन्दौरिया

पेट रै मांय गादड़ो

सत्यनारायण इन्दौरिया

घांस छूं म्हूं

सी. एल. सांखला

आसमान

जितेन्द्र कुमार सोनी