साच पर कवितावां

कविता62

सतायोड़ां री भासा

चन्द्र प्रकाश देवल

असेंधौ उणियारौ

गजेसिंह राजपुरोहित

सांसां रा साच

गीतिका पालावात कविया

रूटीन

दुष्यन्त जोशी

थूं भोळो है लाडी

मनोज पुरोहित 'अनंत'

झूठ रौ आतंक

चंद्रशेखर अरोड़ा

कुंआरी साच?

कन्हैयालाल सेठिया

खोट

चन्द्र प्रकाश देवल

सांच

सूरजमल राव

साच रा कपड़ा पैरावै

मधु आचार्य 'आशावादी'

असल बात

सुधीर राखेचा

रूंख

दुष्यन्त जोशी

कविता हुवणी चावै

सत्यदीप ‘अपनत्व’

मौत

अनिल अबूझ

साँच नै आँच कोनीं

रामजीवण सारस्वत ‘जीवण’

सुण साथी म्हारा

सत्यदीप ‘अपनत्व’

पालो काटता

राजेन्द्र सिंह चारण

बीड़ी

छत्रपाल शिवाजी

आंतरो

गंगासागर सारस्वत

लड़त

संजय पुरोहित

मा जाई बैनां

श्याम महर्षि

भूल-बूंटी*

चन्द्र प्रकाश देवल

पोथी रो पाठ

कृष्णा आचार्य

दीवा परतै बळतो रऊँ म्हूँ

विजय गिरि गोस्वामी 'काव्यदीप'

दीप सिखा कैवै है

रतनलाल दाधीच

नान्ही कवितावां

लक्ष्मीनारायण रंगा

गीतां री दीठ

कन्हैयालाल सेठिया

कूड़ रा कागला

इरशाद अज़ीज़

गांधी- मारग

मदन सैनी

सांच'र झूठ

राजेन्द्र सिंह चारण

एक बुद्ध अर तीन साँच

भगवती लाल व्यास

सूरज

शंभुदान मेहडू

साचीलो सुर

रेणुका व्यास 'नीलम'

जळ

मोहन आलोक

अरज

रामेश्वर दयाल श्रीमाली

सांचकलो रूप

घनश्याम नाथ कच्छावा

सांच

मणि मधुकर

अपां छळ किणसूं करां

चन्द्र प्रकाश देवल

सुपनौ अर जथारथ

वाज़िद हसन काजी

म्हारो सांच

अजय कुमार सोनी

काया अर म्हैं

संजय आचार्य 'वरुण'

सांच अर झूठ

चैन सिंह शेखावत

थूं अर म्हैं

लक्ष्मीनारायण रंगा

साच

ज़ेबा रशीद

साच- दो सरूप

विनोद सोमानी 'हंस'

थिर सत्ता

रतनलाल दाधीच