झुठ री पागड़ी रा जद पेच खुलै

आतंक रै पसराव सूं

चितबगना व्हैजा सांच रा रुखाळा

सांच तौ है के-

सगळा जणा सांच नै बरतै

मनमरजी, मतै-मत्तै

न्याव रौ आचरण आंधौ क्यू?

अर कानून री पोथियां

गळौ क्यू पकड़ै भोळै मिनखां रौ?

अै सवाल

अदालतां रै बारणै

भीड़ लारै ऊभा न्याव रै माथै में

बटीड़ बोलावता रैवै।

स्रोत
  • पोथी : अपरंच पत्रिका ,
  • सिरजक : चंद्रशेखर अरोड़ा ,
  • संपादक : पारस अरोड़ा
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