चंद्रशेखर अरोड़ा
आधुनिक कविता जातरा रा ठावा पण अलक्षित कवि। आपरै समै मांय 'जलते दीप' अख़बार रा संपादक।
आधुनिक कविता जातरा रा ठावा पण अलक्षित कवि। आपरै समै मांय 'जलते दीप' अख़बार रा संपादक।
अंधारी
भोळी चिड़कली
दीठ-अदीठ
देह रो पाणी पोखता मंसूबा
गंदी हवा
गांव : मातम रै माहौल में
जैसलमेर
झूठ रौ आतंक
काळ
कुरजां री कुरलाट
महाभारत र आसार
मां
मांनी जता मिनख
मत देख, फाट्योड़ी पगरखी
म्हैं नीं हारी
आंखमींचणी रै खेल में हारीयो
सबदां रा रामतिया
थोथा घर
टूटोड़ी भींत बता...
उडीक बगत र आगीवांण री
वा भटकै है
व कुण है