ऊजळी की विरह-वेदना का मर्म
आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति मनुष्य की जिंदगी में निसंदेह सबसे महत्वपूर्ण समस्या है। महत्वपूर्ण इसलिए नहीं कि उनका स्वतन्त्र रूप से कुछ मूल्य है। इंसान की जिन्दगी से अलग इनकी स्वयं में एक कानी कौड़ी भी कीमत नहीं। समय के साथ बदलती हुई मनुष्य की इन अगणित