ऊजास पर कवितावां

ऊजास या प्रकाश का संबंध

हमारे दृश्य संसार से है। प्रकाश अंधकार के प्रतिरोध की प्रतीति भी है। इस चयन में प्रकाश एवं उसके विभिन्न शब्द और अर्थ पर्यायों के साथ अभिव्यक्त कविताओं का संकलन किया गया है।

कविता12

अंधारै सूं आफळ

इरशाद अज़ीज़

महारी आस

सत्येंद्र चारण

दीपां रो त्युंहार

फतहलाल गुर्जर 'अनोखा'

अे दिवलै री जोत

किशोर कल्पनाकान्त

दीवा-सम्मेलण

किशोर कल्पनाकान्त

दिवलो

कन्हैयालाल सेठिया

आखर बोल : आखर बांच

हरीश भादानी

अंधारी-जातरा

किशोर कल्पनाकान्त

तूं आइजै

सांवर दइया

दिवलो बणूं

श्याम सुन्दर टेलर

मून तूट्यौ

पारस अरोड़ा