कुचामणी ख्याल
नागौर जिले का कुचामन कस्बा इन ख्यालों का केंद्र रहा है। इसी के आधार पर इन्हें कुचामणी ख्याल कहा जाता है। इस ख्याल की परंपरा लगभग सवा सौ वर्ष पुरानी है। कुचामणी ख्याल के प्रवर्तक पंडित लच्छीराम थे। उन्होंने लगभग तीस ख्यालों की रचना की थी। इनमें गोगा चौहान,