भगती पर दूहा

भगती विषयक काव्य-रूपों

रौ संकलन।

दूहा58

दरिया हंसा ऊजला

संत दरियाव जी

दरिया साचा गुरमुखी

संत दरियाव जी

दरिया दूजा धरम सूँ

संत दरियाव जी

पाप पदारथ पाडूवों

आचार्य भिक्षु

दरिया बहु बकवाद तज

संत दरियाव जी

सिर जावे तो जाण दो

संत सुखरामदास

च्यार बरण नर-नार रे

संत सुखरामदास

दरिया बिरही साध के

संत दरियाव जी

दोहा : धरम अर भगती

जयसिंह आशावत

जम दाणु क्या देवता

संत सुखरामदास

दरिया हीरा कोड़ का

संत दरियाव जी

ते पाप उदें दुख उपजें

आचार्य भिक्षु

रहनी करनी साध की

संत दरियाव जी

जामण मरण जहाँ नही

संत सुखरामदास

दरिया दाई बाँझड़ी

संत दरियाव जी

संगत बिना तो भाव नही

संत सुखरामदास

कर जोड़े कहै केकवी

मेहा गोदारा