साधू री कमाई
अेक जाट गाडी जोतनै गांवतरै जावतौ हौ। मारग में उण दिस सांम्ही ई अेक मा’राज जावता धकिया। चौधरी सालस हौ। गाडी ढाबनै कह्यौ— मा’राज पगै लागूं। छत्ती गाडी आप पाळा क्यूं पधारौ? पैंडौ सोरौ कटै जित्तौ ई आछौ। आवौ माथै बिराजौ। थोड़ी ताळ म्हारै ई धरम-भाव री वंतळ