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साइट: परिचय
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अंजस सोशल मीडिया
भगती पर पद
भगती विषयक काव्य-रूपों
रौ संकलन।
दूहा
पद
छप्पय
सोरठा
संवैया छंद
कविता
गीत
काव्य खंड
डिंगल गीत
सबद
कुण्डळियौ छंद
छंद रोमकंद
भुजंगप्रयात छंद
चौपाई
छंद बेअक्खरी
कवित्त
सारसी छंद
ग़ज़ल
रास
पद
21
सोवंन लंक खळोकरि गाहि
मेहा गोदारा
साधो ऐसी खेती करिये
संत दरियाव जी
लंक विळूधा बांदरा
मेहा गोदारा
दिलदार मेरे सइयाँ
आत्माराम 'रामस्नेही संत'
राहण शाहपुरा में भुरकी
संत सुखरामदास
सांवरिया म्हे कांई ऐसा भोळा जी
समान बाई
घर आवो जी स्याम भलांई सूं
समान बाई
राम खंणावै रांमसर
मेहा गोदारा
राम बिन भाव करम नहिं छूटै
संत दरियाव जी
जा दासी ग्वाला नै कीज्यो
समान बाई
आडा डूंगर वीझवंग
मेहा गोदारा
जसोदा राणी लाला कूं पौढावै
समान बाई
काजी कथे कुराणों
जांभोजी
साधो एक अचम्भा दीठा
संत दरियाव जी
हेलो म्हारो सुणज्यो जी जगदीश
समान बाई
जीव बटाउ रे बहतो भाई मारग माहिं
संत दरियाव जी
जाके उर उपजी नहिं भाई
संत दरियाव जी
बल बल भणत व्यासूं
जांभोजी
हरि कैहर गये परसूं
समान बाई
दिलदार मेरे प्यारे
आत्माराम 'रामस्नेही संत'
नाथ क्यों एतो कष्ट सहायो
समान बाई