लोरियां
राजस्थानी लोकगीतों में ‘लोरी गीतों’ की विशिष्ट परंपरा रही है। इन लोकगीतों में मां की ममता और वात्सल्य भाव के साथ ही संतति के साथ उसके जुड़ाव की झलक दृष्टिगत होती है। ‘लोरियां’ स्तनपान करने वाले अल्पवय बालक और बालिकाओं को सुलाने के लिए ममत्व एवं प्रेम