व्यंग पर कवितावां

कविता58

आजादी अर सपना

अर्जुन देव चारण

म्हूँ जनता हूँ

भगवती लाल व्यास

कवि अर कविता

भगवती लाल व्यास

रामजी रा घोड़ा

भगवती लाल व्यास

बोलै सरणाटो

हरीश भादानी

दीवा-सम्मेलण

किशोर कल्पनाकान्त

पांगळी

मणि मधुकर

इण जुग रा इकबार

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

लोकराज

मोहम्मद सदीक

सांच: दो कवितावां

भगवती लाल व्यास

अमूझणी भर्‌या दिन

भगवती लाल व्यास

सतजुग

रामेश्वर दयाल श्रीमाली

कुणस

प्रेमजी ‘प्रेम’

अणगायो-गीत

किशोर कल्पनाकान्त

सितोळिया

भगवती लाल व्यास

रमजानी

प्रेमजी ‘प्रेम’

लक्खण

प्रेमजी ‘प्रेम’

क्रान्ति

किशोर कल्पनाकान्त

बंस

मणि मधुकर

पगरखी

भगवती लाल व्यास

मिनख अर मौत

पारस अरोड़ा

बापू रौ बिलम

रेवतदान चारण कल्पित

आजादी

भगवती लाल व्यास

बरस-जातरा

पारस अरोड़ा

उच्छब

मणि मधुकर

अचरज

पारस अरोड़ा

आग

भगवती लाल व्यास

रस्तौ

मणि मधुकर

आप री माया

मोहन आलोक

रंग-बदरंग

गोरधन सिंह शेखावत

अडोळौ उच्छब

रेवतदान चारण कल्पित

अभरोसौ

रेवतदान चारण कल्पित

सुण ओ स्याणां

मणि मधुकर

झूठौ बणज

प्रेमजी ‘प्रेम’

ठठेरै री जाई

मणि मधुकर

म्हे आया अकल बतावा नै

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

किणनै उडीकां हां

अर्जुन देव चारण

बाड़ अर गुलाब

गोरधन सिंह शेखावत

कदमताळ

गोरधन सिंह शेखावत

लोभ

प्रेमजी ‘प्रेम’

सुवाद

मणि मधुकर

कमरै कमरै

मोहन आलोक

गांव

गोरधन सिंह शेखावत

करमां री लकीरां नै

गणेशीलाल व्यास 'उस्ताद'

दुसासण

मणि मधुकर

लोकराज

रेवतदान चारण कल्पित

चोरटो-चाँद

किशोर कल्पनाकान्त