मेळौ पर कवितावां
मेला सामाजिकता और उत्सवधर्मिता
का प्रकटीकरण है, जिसका आयोजन पर्व-त्योहारों आदि के अवसर पर किया जाता है। प्रस्तुत चयन में मेला विषयक कविताओं का चयन किया गया है।
का प्रकटीकरण है, जिसका आयोजन पर्व-त्योहारों आदि के अवसर पर किया जाता है। प्रस्तुत चयन में मेला विषयक कविताओं का चयन किया गया है।