मेळौ पर कवितावां

मेला सामाजिकता और उत्सवधर्मिता

का प्रकटीकरण है, जिसका आयोजन पर्व-त्योहारों आदि के अवसर पर किया जाता है। प्रस्तुत चयन में मेला विषयक कविताओं का चयन किया गया है।

कविता6

बेणेसर ने मेळा मांय

विजय गिरि गोस्वामी 'काव्यदीप'

लड़त

संजय पुरोहित

मन मिळ्यां मेळो

मदन गोपाल लढ़ा

मंड्यो मगरियो

भगवान सैनी

खाग्यो बजार

मदन गोपाल लढ़ा

मेळा

महेश देव भट्ट