मेळौ पर गीत

मेला सामाजिकता और उत्सवधर्मिता

का प्रकटीकरण है, जिसका आयोजन पर्व-त्योहारों आदि के अवसर पर किया जाता है। प्रस्तुत चयन में मेला विषयक कविताओं का चयन किया गया है।

गीत1

डेली मेळा म्ह घुमावै

राम नारायण मीणा ‘हलधर’