एकलपों पर कवितावां

‘अकेलापन’ अँग्रेज़ी भाषा

के शब्द ‘लोनलीनेस’ और ‘सॉलीट्यूड’ दोनों के अभिप्राय को प्रकट करता है। यह ‘लोनलीनेस’ के अभिप्राय में मन की एकांतिक नकारात्मक मनोदशा और ‘सॉलीट्यूड’ के अभिप्राय में मन की एकांतिक आध्यात्मिक मनोदशा को प्रकट करता है। दोनों मनोदशाएँ काव्य और कला-सृजन की उत्प्रेरक मानी जाती हैं।

कविता10

एकलो

शारदा कृष्ण

काळ

चंद्रशेखर अरोड़ा

म्हैं सोचूं हूं

किशोर कल्पनाकान्त

गरीब री पीड़

जेठानंद पंवार

तड़फड़ाट

राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'

चाव

सोनाली सुथार

कुण देवैलौ हेलौ

कल्याणसिंह राजावत

कुण अर कठै

गौतम अरोड़ा

आंकड़ा का फूल

प्रेमजी ‘प्रेम’

कदर

भोगीलाल पाटीदार