इतिहास पर कवितावां

घटनावां रौ कालक्रम जिकौ

बीत चुक्यौ है, समाज नै चालण में वा ठावकी भुमिका निभावै अर लगोलग चैतावै, आपां उणनै इतिहास केवां। अठै प्रस्तुत चयन इतिहास सूं जुड़ियोड़ी कवितावां रौ है।

कविता33

सूरमा

पवन सिहाग 'अनाम'

पासाण सुंदरी

नारायण सिंह भाटी

मीरां

अर्जुनदेव चारण

हीमत

अन्ना अख्मातोवा

सबद

राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'

कौतकरासौ

दुलाराम सहारण

इतियास

अर्जुनदेव चारण

बदळती सभ्यता

गोरधन सिंह शेखावत

गढ़ बोल्यो

गोरधन सिंह शेखावत

भींतां रा मांडणा

श्याम सुन्दर टेलर

अम्बा

अर्जुनदेव चारण

राजियो भांभी

सतीश सम्यक

जठै अजै तक

महेंद्रसिंह छायण

आजादी री डोर

फतहलाल गुर्जर 'अनोखा'

उत्तर-आधुनिक वेळा में

चन्द्र प्रकाश देवल

मिनख वास्ते

सांवर दइया

आं दिनां में

गोरधन सिंह शेखावत

बगत

गोपाल जैन

चेतौ

गोरधन सिंह शेखावत

क्रिस्णाकुमारी

अर्जुनदेव चारण

उमादे

अर्जुनदेव चारण

इतिहास-पख

पारस अरोड़ा

सांवळी ओळूवां

मनीषा आर्य सोनी

आदमखोरां रै खिलाफ

नंद भारद्वाज

मतीरै री राड़

सत्येंद्र चारण

मां

आरती सिंह

इतियास रो बास

मदन गोपाल लढ़ा

महाभारत र आसार

चंद्रशेखर अरोड़ा

नदी

इरशाद अज़ीज़

पद्मणी

अर्जुनदेव चारण