इतिहास पर कवितावां
घटनावां रौ कालक्रम जिकौ
बीत चुक्यौ है, समाज नै चालण में वा ठावकी भुमिका निभावै अर लगोलग चैतावै, आपां उणनै इतिहास केवां। अठै प्रस्तुत चयन इतिहास सूं जुड़ियोड़ी कवितावां रौ है।
बीत चुक्यौ है, समाज नै चालण में वा ठावकी भुमिका निभावै अर लगोलग चैतावै, आपां उणनै इतिहास केवां। अठै प्रस्तुत चयन इतिहास सूं जुड़ियोड़ी कवितावां रौ है।