शांति पर कवितावां

कविता17

पांखी री पीड़

भगवती लाल व्यास

स्सै फळसा मोन

मोहन आलोक

उतरी जद ऊंडै

आरती छंगाणी

जुद्ध

गोरधन सिंह शेखावत

बणावणी चावूं

बसन्ती पंवार

धरती री मुळक

रमेश मयंक

अब जाणै नीं देखणौ पड़ै

शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी

जुद्ध

सत्यप्रकाश जोशी

फोग री व्यथा

संग्राम सिंह सोढा

नुंवौ साल

मईनुदीन कोहरी 'नाचीज'

साबत मौत

मैनुअल बंदेइरा

कुल्हाड़ी

शिवराज छंगाणी

हैं किरसण

हरमन चौहान

सींव

नंदकिशोर सोमानी ‘स्नेह'

नाळ

विनोद स्वामी

सबद-स्तूप

गोपाल जैन