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अंजस सोशल मीडिया
पिंगल पर पद
पद
चौपाई
कवित्त
छंद त्रोटक
काव्य खंड
पद्धरि छंद
दूहा
संवैया छंद
पद
12
हे री बाजत बधाई आज
तखतसिंह
देखे हैं सखी मैं आज अवधेस राज
तखतसिंह
रैन गई अब आये नै बिहारी
तखतसिंह
मोय छाँड़ गये सजनवा
तखतसिंह
लिख-लिख पतियाँ हारी सखी री
तखतसिंह
जावां नहीं देसां थांनै
तखतसिंह
मन मतवारे तो सूं कहूँ
तखतसिंह
मन लाग्यो स्याम बिहारी से
तखतसिंह
पिया स्याम सुंदर बिनु हारी
तखतसिंह
कन्हैयो हमें आडो ही बोलै
तखतसिंह
म्हारे म्हैंला आज्यो
तखतसिंह
मोतीड़ो मंगाय दै ददखीर रो
तखतसिंह