देशभक्ति पर कवितावां

देश के प्रति आस्था,

अनुराग और कर्तव्यपरायणता ही नहीं, देश से अपेक्षाओं और समकालीन मोहभंग के इर्द-गिर्द देशभक्ति के विस्तृत अर्थों की पड़ताल करती कविताओं से एक चयन।

कविता13

एकता नी शाल

महेश देव भट्ट

भारत माँ रा तीन लाडला

कृष्णा आचार्य

भारत नैं संभाळां

गजादान चारण ‘शक्तिसुत’

देश नी हालत

महेश देव भट्ट

बाळगीत

रामनिरंजन सरमा ‘ठिमाऊ’

देस भगति

महेश देव भट्ट

ध्वजवन्दन

कान्ह महर्षि

कविता री चाह

सीमा राठौड़ ‘शैलजा’

हीक

उपेन्द्र अणु

ओ म्हारो हिन्दुस्तान है

गणपत सिंह ‘मुग्धेश’

सैनिक

विजय गिरि गोस्वामी 'काव्यदीप'