भ्रम पर कवितावां

कविता27

निवण वीर जवानां नै

रामजीलाल घोड़ेला 'भारती'

म्हूं आम आदमी

नन्दकिशोर चतुर्वेदी

ठग विद्या

सम्पत सरल

म्हारै माथै छात

धनपत स्वामी

किंवाड़

शंकरलाल मीणा

भरम रै भतूळियै

शंकरसिंह राजपुरोहित

थै जाणो हो

सांवर दइया

आस्था

राणुसिंह राजपुरोहित

माइतां

करणीदान बारहठ

अडाणैं रो इतियास

रवि पुरोहित

ओळभो जड़ आंधै नै

अन्नाराम ‘सुदामा'

अणबोलो छोड़ो

रामदयाल मेहरा

दंगां रै पछै

श्यामसुंदर भारती

रेख

पूनमचंद गोदारा

सालीणौ इम्तहान

राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'

पींदो

किशन ‘प्रणय’

जाण्यौ-अणजाण्यौ

विनोद सोमानी 'हंस'

म्हारौ भोळी जीवड़ौ

प्रेमजी ‘प्रेम’

गताघम

सत्यदीप ‘अपनत्व’

डीगरां-डीगरां

शंभुदान मेहडू

कठै सूं लावू?

सिया चौधरी

अणबांच्या आखर

रघुराजसिंह हाड़ा

घणी अबखाई है

नीरज दइया

नाराणी नरपत होगी रै

कल्याणसिंह राजावत

पोमीजा आपां

नीरज दइया

जलम, मुगती अरजूंझ

सत्यदेव संवितेन्द्र