राजस्थानी का स्वार्थिक प्रत्यय
हरेक भासा का प्रत्यय न्याळा-न्याळा होवै छै। ऊंका स्वार्थिक प्रत्ययां सूं ऊंकी खास पछाण बणै छै। कदीं-कदीं तो थांको जनम ऊं भासा में ई होवै छै, पण ज्यादातर ये आपणी दादी-मां भासान सूं आवै छै। यां को जनम तो लोक-भासा सूं होवै छै, पण साहित्य-भासा में ये आदर