ब्रह्मा पर पद

ब्रह्मा सनातन धर्म के

अनुसार सृजन के देव है। हिन्दू दर्शनशास्त्रों में ३ प्रमुख देव बताये गये है जिसमें ब्रह्मा सृष्टि के सर्जक, विष्णु पालक और महेश विलय करने वाले देवता हैं। व्यासलिखित पुराणों में ब्रह्मा का वर्णन किया गया है कि उनके पाँच मुख थे,लेकिन पांचवा मुख भगवान शंकर ने क्रोध में आकर काट दिया क्योंकि ब्रह्मा जी द्वारा असत्य बोला गया था। इसके बाद से उनके चार मुख ही है जो चार दिशाओं में देखते हैं।ब्रह्मा जी ब्रह्म का ही एक स्वरूप है हिन्दू विश्वास के अनुसार हर वेद ब्रह्मा के एक मुँह से निकला था।