निर्गुण भक्ति काव्य पर दूहा

दूहा66

दरिया संगत साध की

संत दरियाव जी

किशनदास ऐसो जनम

किशनदास जी महाराज

रै मन

चतुरसिंह ‘महाराज’

दरिया बिरही साध के

संत दरियाव जी

राम-राम रसना रटौ

किशनदास जी महाराज

साखियाँ

सुंदरदास जी

दरिया हीरा कोड़ का

संत दरियाव जी

तन मांहि तीरथ भला

हरिदास निरंजनी

काहे कूं परदुख सहे

हरिदास निरंजनी

निराकार आकार बिच

किशनदास जी महाराज

रहनी करनी साध की

संत दरियाव जी

दरिया दाई बाँझड़ी

संत दरियाव जी

तीन लोक चौदा भवन

संत दरियाव जी

दरिया संगत साध की

संत दरियाव जी

माया मुख जागै सबै

संत दरियाव जी

अलख लेख में गुरु नहीं

किशनदास जी महाराज

गुरु बिन अन्धा वे सकल

किशनदास जी महाराज

विष पीवै इम्रत कहै

हरिदास निरंजनी

काया मांहि कंवलदल

हरिदास निरंजनी