सूर्यास्त पर कवितावां

कविता12

माटी जद बात संभाळी

प्रमिला शंकर

अस्यां थोड़ी ई होवै छै

हरिचरण अहरवाल 'निर्दोष'

बिसूंजै सूरज

राजेश कुमार व्यास

सिंदूरी सिन्झ्या

प्रभुदयाल मोठसरा

सूरज

जगदीश गिरी

ताणियोड़ी भरत माथै

मीठेश निर्मोही

संझ्या : तीन चतराम

प्रेमजी ‘प्रेम’

अडाणगत सुख

चेतन स्वामी

पांच कवितावां

गोरधन सिंह शेखावत

बगतसर चालां घरै

सुरेन्द्र सुन्दरम

जीवण जातरा

अंजु कल्याणवत