Anjas

दूहा

राजस्थानी भासा रै मांय वीर अर दानी पुरूसां खातर घणकरां दूहा लिख्या गया। ओ मात्रिक छंद है। दूहे रै पैले अर तीजे चरण में तेरह अर दूजे अर चौथे चरण में इग्यारा मात्रावां हुवै, इण साथै सोरठे छंद रो उलटो हुवै।

गुमानसिंह शेखावत

गुमानसिंह शेखावत

1946

आठवें दसक रा कवि-गीतकार।

गरीबदास

गरीबदास

1575 -1636

प्रमुख दादूपंथी संत कवि। रचनावां में भगती, नीति, गुरु महिमा, संत जीवण चरित अर दर्शन आद रा पद।

गवरी बाई

गवरी बाई

1759 -1808

वागड़ री मीरां रै नांव सूं ओळखीजै। रचनावां में ज्ञान, भगती अर वैराग री महिमा बताइज्योड़ी है। भाषा राजस्थानी जिण में ब्रज, गुजराती अर संस्कृत रा शब्द भी निंगै आवै।

गिरधर आसिया

गिरधर आसिया

मेवाड़ री धरती सूं सम्बंधित प्रमुख डिंगल कवि। महाराणा प्रताप रा छोटा भाई शक्तिसिंह रे चरित्र माथे 'सगत रासो' नांव सूं चावे ग्रन्थ री रचना करी। रचनाकाल सतारवीं सदी रे लगैटगै।

गोकल जी

गोकल जी

1643 -1733

विश्नोई पंथ सूं संबंधित संत कवि। गुरु महिमा, संशय निवारण अर आत्म निवेदन सूं संबंधित रचनावां।