Anjas

दूहा

राजस्थानी भासा रै मांय वीर अर दानी पुरूसां खातर घणकरां दूहा लिख्या गया। ओ मात्रिक छंद है। दूहे रै पैले अर तीजे चरण में तेरह अर दूजे अर चौथे चरण में इग्यारा मात्रावां हुवै, इण साथै सोरठे छंद रो उलटो हुवै।

फूलीबाई

फूलीबाई

1600 -1700

मारवाड़ रा किसान परिवार सूं सम्बंधित, निर्गुण काव्य धारा री प्रमुख कवयित्री। लोक प्रचलित भाषा मांय दूहा अर पदां री रचना करी। निडर होय खरी अर खारी बातां लिखण खातर चावा।