अपणायत पर गीत

मिनखीचारै सबद रै ओळै-दोळै

रौ ओ सबद आपरै मांयां एक आत्मिक रिस्तौ ले'न चालै जिणनै आपणौ लोक 'अपणायत'कैवै। अठै संकलित रचनावां अपणायत सूं जुड़ियोड़ी है।

गीत18

हठीलो राजस्थान

सोनी सांवरमल

पातळ ताई पीथळ हो

ओमप्रकाश सरगरा 'अंकुर'

मिजमानी

अभिलाषा पारीक

गीत

आभा मेहता 'उर्मिल'

गीत

आभा मेहता 'उर्मिल'

मरूधर को मोट्यार

ओमप्रकाश सरगरा 'अंकुर'

पंखीड़ा

मनीषा आर्य सोनी

अेक छोरी काळती

भागीरथसिंह भाग्य

बैर कर्‌यां है हाण मानवी

संतोष शेखावत ‘बरड़वा’

धोळी बादळ

राम नारायण मीणा ‘हलधर’

दयोराणी

सोनी सांवरमल

लूट माचगी

विनोद सोमानी 'हंस'

पपइयो बोलै रै

सोनी सांवरमल

दर्पण

कुलदीप पारीक 'दीप'

डूंगराँ पै बादळ्याँ

राम नारायण मीणा ‘हलधर’

दौड़ दड़बड़ी

कल्याणसिंह राजावत