अपणायत पर गीत

मिनखीचारै सबद रै ओळै-दोळै

रौ ओ सबद आपरै मांयां एक आत्मिक रिस्तौ ले'न चालै जिणनै आपणौ लोक 'अपणायत'कैवै। अठै संकलित रचनावां अपणायत सूं जुड़ियोड़ी है।

गीत37

हठीलो राजस्थान

सोनी सांवरमल

बैर कर्‌यां है हाण मानवी

संतोष शेखावत ‘बरड़वा’

पातळ ताई पीथळ हो

ओमप्रकाश सरगरा 'अंकुर'

मिजमानी

अभिलाषा पारीक

गीत

आभा मेहता 'उर्मिल'

गीत

आभा मेहता 'उर्मिल'

बसन्त

आशारानी लखोटिया

होली रो चंग

आशारानी लखोटिया

मरूधर को मोट्यार

ओमप्रकाश सरगरा 'अंकुर'

पंखीड़ा

मनीषा आर्य सोनी

अेक छोरी काळती

भागीरथसिंह भाग्य

चिड़कली

आशारानी लखोटिया

दीवाळी

आशारानी लखोटिया

दयोराणी

सोनी सांवरमल

पियै नै पतरी

भीम पांडिया

लूट माचगी

विनोद सोमानी 'हंस'

पपइयो बोलै रै

सोनी सांवरमल

दर्पण

कुलदीप पारीक 'दीप'

अणहद नाद

कैलाश मंडेला

शरद पूनम को चाँद

आशारानी लखोटिया

चंचळ भूंरो

कैलाश मंडेला

धोळी बादळ

राम नारायण मीणा ‘हलधर’

आज थारी आस आधी

शांति भारद्वाज 'राकेश'

डूंगराँ पै बादळ्याँ

राम नारायण मीणा ‘हलधर’

दुख री लागी दूणा

मोहम्मद सदीक

जाग्यां पार पड़ैला

भागीरथसिंह भाग्य

मेघा आव रे

भीम पांडिया

दौड़ दड़बड़ी

कल्याणसिंह राजावत

बिरखा को गीत

आशारानी लखोटिया

मोह

कैलाश मंडेला

संदेसो

आशारानी लखोटिया

हींडौ

आशारानी लखोटिया