अपणायत पर दूहा

मिनखीचारै सबद रै ओळै-दोळै

रौ ओ सबद आपरै मांयां एक आत्मिक रिस्तौ ले'न चालै जिणनै आपणौ लोक 'अपणायत'कैवै। अठै संकलित रचनावां अपणायत सूं जुड़ियोड़ी है।

दूहा11

सीख रा दूहा

मातुसिंह राठौड़

मरुधर म्हानै पोखिया

चंद्र सिंह बिरकाळी

हेली सतक सवाई

ताऊ शेखावटी

सिणगार रा दूहा

केशरीलाल स्वामी ‘केशव’

हेत रा दूहा

भगवती लाल व्यास

बिरखा आई आंगणै

शिवराज भारतीय

सिंणगार रा दूहा

गुमानसिंह शेखावत