सुमिरन पर कुंडलियाँ

इष्ट और गुरु का सुमिरन

भक्ति-काव्य का प्रमुख ध्येय रहा है। प्रस्तुत चयन में सुमिरन के महत्त्व पर बल देती कविताओं को शामिल किया गया है।

कुण्डळियौ छंद3

किया किया सब देखिये

संत सेवगराम जी महाराज