सुमिरन पर कवित्त

इष्ट और गुरु का सुमिरन

भक्ति-काव्य का प्रमुख ध्येय रहा है। प्रस्तुत चयन में सुमिरन के महत्त्व पर बल देती कविताओं को शामिल किया गया है।

कवित्त4

अलख आप अणरूप

संत हरिदेवदास महाराज

नमो आदि अविगत

संत हरिदेवदास महाराज

हरि गहरा गंभीर

संत हरिदेवदास महाराज

उत्तम सिरै श्रीनाथ

उत्तमचंद भंडारी