आंबौ फळग्यौ रे बात बांचा दोय घड़ी बीज में बरकत हिवड़ै रे बौपार में जिनगांणी जुग रो हेलो कुण देवैलौ हेलौ ल्यौ सारौ आकास संभाळौ मन रौ बोझ मन री मैफल म्हारा कंवर सा नाराणी नरपत होगी रै पा’वणा राजस्थानी नार हूं