Anjas

गीत

गीत में गेयता इण रो प्रधान गुण हुवै। स्वर अर ताल लय रै सबदां री जोड़ सूं चावी रचना गीत हुवै है। राजस्थानी गीत काव्य परंपरा री लूंठी विधा है।

दुर्गादान सिंह गौड़

दुर्गादान सिंह गौड़

1947

ख्यात गीतकार। हाड़ौती गीत परम्परा में अतिसम्मानित।

दुरसा आढा

दुरसा आढा

1535 -1655

राजस्थान रै मानीजेड़ा कवियां में से एक।

दादूदयाल

दादूदयाल

1544 -1603

राजस्थान में निर्गुण भगती धारा रा प्रमुख संत कवि। नरैना, जयपुर में गादी थापित कर'र आपरै नांव माथे दादू पंथ चलायो। नांव सुमिरण, समर्पण अर सर्व धर्म समभाव सूं सम्बंधित पदां खातर चावा।

दिनेश प्रजापति ‘दीनू’

दिनेश प्रजापति ‘दीनू’

वागड़ी रा कवि-लेखक।

धनंजया अमरावत

धनंजया अमरावत

1972

इण सदी री कवयित्री-लेखिका। संपादन अर समीक्षा रै खेतर में सक्रिय।

धनराज दाधीच

धनराज दाधीच

‘गांव, गळी, चोबारा छूट्या अेक पेट कै कारणै’ गीत सूं चरचा में। गीतां में गांव-गुवाड़ अर जीयाजूण रा सांवठा चितराम। सिनेमा सूं जुड़ाव। ‘भरत व्यास सम्मान’ सूं आदरीज्योड़ा।

धर्मवर्धन उपाध्याय

धर्मवर्धन उपाध्याय

1600

मध्यकाल रा जैन कवि।