Anjas

गीत

गीत में गेयता इण रो प्रधान गुण हुवै। स्वर अर ताल लय रै सबदां री जोड़ सूं चावी रचना गीत हुवै है। राजस्थानी गीत काव्य परंपरा री लूंठी विधा है।

बद्रीलाल ‘दिव्य’
बरजूबाई

बरजूबाई

करणीदान कविया री सहोदरा, फुटकर काव्य रचना करी।

ब्रह्म जयसागर

ब्रह्म जयसागर

भट्टारक रत्नकीर्ति रा खास सिस्यां मांय सूं अेक।

बुलाकी दास बावरा

बुलाकी दास बावरा

1935 -2015

चावा कवि-गीतकार।

बस्तीमल सोलंकी भीम
बी. आर. प्रजापति

बी. आर. प्रजापति

1939

चावा कवि-लेखक।

भट्टारक मुनि अभयचन्द्र

भट्टारक मुनि अभयचन्द्र

मध्यकाल रा जैन संत।

भट्टारक सकलकीर्ति

भट्टारक सकलकीर्ति

पन्द्रहवै सइकै रा प्रमुख जैन संत।

भभूतदान

भभूतदान

जोधपुर महाराजा अजीतसिंह रा आश्रित। स्वाभिमानी प्रवृत्ति रा कवि। आपरी रचनावां में आश्रयदाता री प्रशस्ति कम अर ओळभा ज्यादा लिखिया।

भूरसिंह मीणा

भूरसिंह मीणा

नूवी पीढ़ी रा गीतकार

भंवर जी 'भंवर'

भंवर जी 'भंवर'

1939 -2021

ढूंढाड़ी रा लूंठा गीतकार। गीतां में सिणगार रस सारू खास पिछाण।

भंवर भादानी

भंवर भादानी

सुपरिचित लेखक-संपादक अर इतियासकार।

भवानीसिंह राठौड़ 'भावुक’

भवानीसिंह राठौड़ 'भावुक’

1969

राजस्थानी रा कवि-लेखक।

भागीरथसिंह भाग्य

भागीरथसिंह भाग्य

1955

चावा कवि-गीतकार। कविता मांय हास्य पुट सारु निरवाळी पिछाण।