Anjas

गीत

गीत में गेयता इण रो प्रधान गुण हुवै। स्वर अर ताल लय रै सबदां री जोड़ सूं चावी रचना गीत हुवै है। राजस्थानी गीत काव्य परंपरा री लूंठी विधा है।

चतुर सिंह जी बावजी

चतुर सिंह जी बावजी

1880 -1929

मेवाड़ रा आधुनिक समै रा सिरै कवि। भगती-निति रा दूहा अर पदां सारू चावा।

चंद्र सिंह बिरकाळी

चंद्र सिंह बिरकाळी

1912 -1992

सिरैनांव कवि। 'लू' अर 'बादळी' जेड़ी राजस्थानी साहित्य री कालजयी पोथियाँ रा सिरजक।

छत्रपाल शिवाजी

छत्रपाल शिवाजी

1984

रचनावां में वागड़ अंचल री मठोठ। कवि सम्मेलनां में निरवाळी छाप। राजस्थान साहित्य अकादमी सूं सम्मानित।

छैलूदान चारण 'छैल'

छैलूदान चारण 'छैल'

1986

सुपरिचित कवि-गीतकर। राजस्थानी री ठावी गीत परंपरा रा जातरू।